Sunday 19 June 2011

हथेली बताये आपका व्यक्तित्व (Your palm reveals your personality)




सामुद्रिक ज्योतिष जिसे बोलचाल की भाषा में हस्त रेखा विज्ञान के नाम से जाना जाता है, अपने आप में समृद्ध ज्योतिषशास्त्र है। इसमें शरीर के अंग, त्वचा का रंग, हथेली पर फैली रेखाओं, चिन्हों एवं नाखूनों के साथ ही हथेली के आकार का भी अध्ययन होता है। सामु्द्रिक ज्योतिष के अनुसार हमारी हथेली का आकार भी हमारे विषय में काफी कुछ बयां कर जाती है।

सामुद्रिक ज्योतिष का जन्म आज से 5000 ई. पू. माना जाता है। सामुद्रिक ज्योतिष के सम्बन्ध में कहा जाता है कि शिव जी की प्रेरणा से कार्तिकेय ने इसकी रचना की, रचना के समय ही गणेश जी ने उसे उठाकर समुद्र में फेंक दिया फिर समु्द्र ने शिव जी के कहने से उसे वापस लौटा दिया इस तरह ज्योतिष की यह विधा सामुद्रिक ज्योतिष कहलायी। इस सदर्भ में यह भी कहा जाता है कि ऋषि समुद्र ने इसे पुष्पित और पल्लवित किया जिसके कारण भी यह सामुद्रिक ज्योतिष के नाम से विख्यात है। वर्तमान में "किरो" ने हस्तरेखा विज्ञान का प्रचार प्रसार किया।

हस्तरेखा विज्ञान के अन्तर्गत सिर्फ हाथ की रेखाएं ही नहीं बोलती हैं बल्कि नाखून, हथेली का रंग और हाथों का आकार भी काफी कुछ कहता है, हस्त ज्योतिष के इस सिद्धान्त को विज्ञान भी प्रमाणित करता है। आप खुद भी अपनी हथेली को देखकर अपने व्यक्तित्व की विशेषता को जान सकते हैं और दूसरों के व्यक्तित्व को समझ सकते हैं। लेकिन यह तभी संभव जब आप जानें कि हाथ कितने प्रकार के होते हैं और अलग अलग हाथों की क्या अलग अलग विशेषता होती है।

बहुत छोटी हथेली (Very small Palm):
सामुद्रिक ज्योतिष कहता है जिनकी हथेली बहुत छोटी होती है वे स्वार्थी स्वभाव के होते हैं, वे हर चीज़ में पहले अपना फायदा देखते हैं लेकिन दूसरों के लिए मुश्किल से ही भला सोचते हैं। अपने छोटे से फायदे के लिए ये लड़ाई झगड़ा करने के लिए भी तैयार रहते हैं। परोपकार और सामाज सेवा के प्रति इनमें उदासीनता देखी जाती है। इनकी सोच निम्न स्तर की होती है और ये किसी पर भी भरोसा नही करते।  

छोटी हथेली ( Small Palm)
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार छोटी हथेली को भी अच्छा नहीं माना जाता है। जिनकी हथेली छोटी होती है उनके विषय में सामुद्रिक ज्योतिष कहता है कि ये व्यक्ति ख्याली पुलाव पकाने वाले होते हैं, हलांकि इनमें काफी गुण और क्षमता होती है परंतु ये अपनी क्षमता का सही उपयोग नहीं कर पाते हैं। इस तरह की हथेली वाले व्यक्ति स्वभाव से आलसी होते हैं अपने आलसपन के कारण अपने सपनो को साकार करने की दिशा में कदम नहीं बढ़ा पाते हैं। इन्हें डींगे मारने में भी काफी मज़ा आता है यानी माया के जहान में खुद भी सैर करते हैं और दूसरों को भी सैर करते हैं। अपने इस अव्यवहारिक स्वभाव के कारण जीवन के अंतिम दिनों में अफसोस के सिवा इनके पास कुछ भी नहीं रहता है।

बड़ी हथेली (Long Palm):

जिनकी हथेली बड़ी होती है उनके विषय मे यह माना जाता है कि ये अपने काम में व्यवहारिक होते हैं और अपना काम ये लगन पूर्वक करते हैं। इन्हें चतुर भी कहा जाता है क्योंकि ये होशियारी से अपना काम निकाल लेते हैं। इस तरह की हथेली वाले व्यक्ति भी भरोसा किया जा सकता है। इनमें एक यह खूबी होती है कि ये समस्या का हल ढूंढना जानते क्योंकि समस्या का कारण क्या है यह उसे पहचाना जानते हैं। समाज में ये सक्रिय रहते हैं। सामाजिक कार्यों में इनकी प्रत्यक्ष भूमिका रहती है।

बहुत बड़ी हथेली: (Very Long Palm)

यहां "अति सर्वत्र वर्जयेत" वाली कहावत चरितार्थ होती है। लम्बा हाथ होना अच्छा है लेकिन बहुत होने पर व्यक्ति में साहस की कमी होती है, इनके सामने जैसे ही कठिन स्थिति आती है ये घबरा जाते हैं और चिंता में डूब जाते हैं। किसी भी प्रकार की चुनौती आने पर ये अपने आपको लाचार स्थिति में पाते हैं। इस तरह की हथेली वाले व्यक्ति में भावुकता अधिक देखी जाती है। ये कल्पना के सागर में डूबते उतरते रहते हैं।

सामान्य हथेली (Common Palm)
सामान्य हथेली वालों के लिए हस्तरेखीय ज्योतिष कहता है कि ये सामाजिक तौर पर काफी व्यवहारिक होते हैं। ये लोगों के साथ बात चीत एवं व्यवहार का तरीका बखूबी जानते हैं। जीवन में इन्हें हलांकि काफी संघर्ष करना पड़ता है परंतु ये संघर्ष से पीछे नहीं हटते और अपनी मेहनत व क्षमताओ से कठिनाईयों पर विजय प्राप्त कर परिस्थितियों को अपनी ओर मोर लेते हैं।

चौकोर हथेली (Square Palm):

हथेली का एक प्रकार यह भी है। इस प्रकार की हथेली देखने में मुलायम और कोमल नज़र आती है लेकिन इनमें काफी गांठें होती है। दोनों हाथ में अगर समानता नहीं होती है तो इस प्रकार के हाथ वाले व्यक्ति पैसों को अहमियत नहीं देते। ये ज्ञान और बुद्धि को सबसे अधिक तरजीह देते हैं। ये सामाजिक तौर पर काफी आदरणीय होते हैं और समाज की अगुआई करते हैं। आपकी हथेली भी इस तरह की है तो आप दर्शनिक, कलाकार या मनोचिकित्सक बन सकते हैं।

मुख्य हथेली (Primary palm):
मांसल, भारी और रूखे ये मुख्य रूप से पाये जाने वाले हाथ हैं। इस तरह की हथेली वालों की दोनों हथेली में समानता नहीं रहती है। इनकी दोनो हाथों की उंगली में अंतर पाया जाता है। इस तरह के हथेली जिनकी होती है वे सभ्रांत होते हैं परंतु उनमें धन के प्रति बहुत अधिक लगाव देखा जाता है। ये काफी परिश्रमी होते हैं मेहनत में काफी पीछे नहीं हटते। इनके लिए जीवन मूल्य सिर्फ भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति होती है। ये जीवन को खाना, पीना, मस्त रहना समझते हैं। परिस्थिति अनुकूल नहीं होने पर अपनी चाहतों को पूरा करने के लिए ये अपराध जगत से भी जुड़ सकते हैं। 

परिश्रमी हथेली (Labourious Palm)

परिश्रमी हाथ देखने में काफी चौड़ा होता है। इस तरह की हथेली काफी भारी होती है व इनकी हथेली पर पर्वत काफी सख्त होते हैं। इस तरह की हथेली वाले व्यक्ति खाली बैठना पसंद नहीं करते हैं। इनकी जिन्दगी में कामयाबी इनकी मेहनत के बदौलत आती है। आपकी हथेली भी इस तरह की है तो अपने अन्दर के गुण को पहचानिये और जुट जाइये मेहनत के साथ आप निश्चय ही मंजिल को पाएंगे और कामयाबी भरी जिन्दगी का लुत्फ लेंगे।

कलाकार हथेली (Philospher P
alm)
कलाकार हाथ कलाकार की तरह ही नाजुक, कोमल और उनकी कला की तरह खूबसूरत होते हैं। इनकी हथेली का रंग गुलाबी होता है और उंगली के सभी पोर्स बराबार होते हैं। इनकी उंगली लम्बी और पतली होती है। इस तरह की हथेली वाले व्यक्ति कला और सौन्दर्य के दीवाने होते हैं। ये कला जगत में तो काफी प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं परंतु दुनियांदारी के मामले में पीछे रह जाते हैं।

No comments:

Post a Comment